Saturday, February 6, 2016

Rahmat

तेरी रेहमत पर भरोसा है मुझे,
मेरे बिगड़े काज सवँर जाएँगे,
जब जब पडूँगी किसी मुश्किल में मैं,
सतगुरु बाहँ पकड़ पार लगाएँगे,
लाखों को तारा है प्रभु आपने,
जाने कितनों की किस्मत सवांरी है,
एक बार सपने में ही आके कह दो प्रभु,
रे गुरुमुख अब तेरी ही बारी है!!!🙏🙏🙏

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