Friday, October 21, 2016

त्यागी

एक संत थे । वे भिक्षा के लिये एक सेठ के यहाँ गये। सेठ ने आकर नमस्कार किया तो संत ने भी उसको नमस्कार किया, वह संत के पैरों पड़ा तो संत ने भी उसके पैर पड़े। सेठ बोला कि - महाराज, आप क्यों पैर पड़ते हैं ? संत बोले कि तुम क्यों पैर पड़ते हो ? तो सेठ ने कहा कि *महाराज, आप त्यागी हो, आपने स्त्री, पुत्र, धन, जमीन, जायदाद, मकान आदि का त्याग किया है, इसलिये आप बड़े हो। संत ने उत्तर दिया कि अगर त्याग को देखें तो तुम बड़े हुए* क्योंकि तुमने स्त्री, पुत्र, धन आदि के लिये *भगवान का त्याग कर दिया है ।* *बड़ी चीज भगवान है कि रुपया*? त्यागी तुम बड़े हुए कि मैं बड़ा हुआ ? *तुम कितने बड़े त्यागी हो कि संसार के भरोसे भगवान को भी इस्तीफा देकर बैठ गये ।* सोचें की क्या हम भी तो यही नहीं कर रहे ?

No comments:

Post a Comment