Saturday, March 26, 2016

झुकना

कुँए में उतरने वाली बाल्टी यदि झुकती है,
तो भरकर बाहर आती है...

जीवन का भी यही गणित है,
जो झुकता है वह
प्राप्त करता है...

जीवन में किसी का भला करोगे,
तो लाभ होगा...
क्योंकि ' भला ' का उल्टा ' लाभ ' होता है ।

और

जीवन में किसी पर दया करोगे,
तो वो याद करेगा..
क्योंकि 'दया' का उल्टा ' याद ' होता है।



यहाँ सब कुछ बिकता है , दोस्तों रहना जरा संभाल के !!!
बेचने वाले हवा भी बेच देते है , गुब्बारों में डाल के !!!

सच बिकता है , झूठ बिकता है, बिकती है हर कहानी !!!
तीन लोक में फैला है , फिर भी बिकता है बोतल में पानी !!!

कभी फूलों की तरह मत जीना,
जिस दिन खिलोगे... टूट कर बिखर जाओगे ।
जीना है तो पत्थर की तरह जियो;
जिस दिन तराशे गए... "खुदा" बन जाओगे ।।

No comments:

Post a Comment